MJPRU में महाराजा सुहेलदेव की जयंती धूमधाम से मनाई गई
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन महाराजा सुहेलदेव की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर महाराजा सुहेलदेव को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
कार्यक्रम की शुरुआत माल्यार्पण एवं सरस्वती वंदना के साथ हुई। स्वयंसेवकों और शिक्षकों ने महाराजा सुहेलदेव के जीवन पर प्रकाश डाला और अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. ए. के. गुप्ता रहे ,जिन्होंने इतिहास के अनेक प्रसंगों पर स्वयंसेवकों का ज्ञानवर्धन किया। उन्होंने सुहेलदेव जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सुहेलदेव श्रावस्ती से अर्ध-पौराणिक भारतीय राजा हैं। कहा जाता है कि इन्होंने 11वीं शताब्दी की शुरुआत में बहराइच में ग़ज़नवी सेनापति सैयद सालार मसूद ग़ाज़ी को पराजित कर मार डाला था। 17वीं शताब्दी के फारसी भाषा के ऐतिहासिक कल्पित कथा मिरात-ए-मसूदी में उनका उल्लेख है।
20वीं शताब्दी के बाद से, विभिन्न हिंदू राष्ट्रवादी समूहों ने उन्हें एक हिंदू राजा के रूप में चिह्नित किया है, जिसने मुस्लिम आक्रमणकारियों को हरा दिया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ बृजेश कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा रूटा उपाध्यक्ष डॉ पवन सिंह भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस अवसर पर स्वयंसेवकों में मोहित शर्मा,अपूर्व सक्सेना, अमन मौर्या,मोहन,हर्षिता आदि सभी स्वयंसेवक उपस्थित रहें।